खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ? खुद से ही पूछती हूं, आखिर कौन सी दुनिया में रहती हो तुम ?
जय, जय, जय हे माँ सरस्वती, तुमको आज निहार रहा हूँ। जय, जय, जय हे माँ सरस्वती, तुमको आज निहार रहा हूँ।
फ़िर से तांडव करती आओ, नभ में बदली बन कहा जाओ, असुरों की फ़िर बलि चढ़ाकर, दानव दल और प फ़िर से तांडव करती आओ, नभ में बदली बन कहा जाओ, असुरों की फ़िर बलि चढ़ाकर, ...
जग जननी माँ अम्बे भवानी तेरी कृपा हो माँ जग कल्याणी जग जननी माँ अम्बे भवानी तेरी कृपा हो माँ जग कल्याणी
जिस दिन मिलेगी दोनों को आन-बान-शान। जिस दिन मिलेगी दोनों को आन-बान-शान।
हर हिंदुस्तानी की जुबाँ पे वन्दे मातरम ही नाम है ये। हर हिंदुस्तानी की जुबाँ पे वन्दे मातरम ही नाम है ये।